Headlines

ओलिंपिक से बाहर हुईं…17 घंटे बाद विनेश का संन्यास:लिखा- कुश्ती जीत गई, मैं हार गई; सिल्वर मेडल के लिए स्पोर्ट्स कोर्ट में अपील की, फैसला आज

ओलिंपिक से बाहर हुईं…17 घंटे बाद विनेश का संन्यास:लिखा- कुश्ती जीत गई, मैं हार गई; सिल्वर मेडल के लिए स्पोर्ट्स कोर्ट में अपील की, फैसला आज

पेरिस26 मिनट पहले
विनेश की यह फोटो ओलिपिंक 2024 में प्री-क्वार्टरफाइनल की है। इसमें उन्होंने जापान की वर्ल्ड नंबर-1 रेसलर युई सुसाकी को हराया था।

भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने पेरिस ओलिंपिक में डिसक्वालिफाई होने के 17 घंटे बाद कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे X पर एक पोस्ट में लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी, माफी।”

विनेश के डिसक्वालिफाई होने की खबर 7 अगस्त को दोपहर करीब 12 बजे आई थी।

विनेश की X पर की गई पोस्ट…

हरियाणा सरकार का ऐलान- ओलिंपिक सिल्वर मेडलिस्ट की तरह किया जाएगा सम्मान
हरियाणा के CM नायब सैनी ने घोषणा की है कि राज्य सरकार विनेश को ओलिंपिक सिल्वर मेडल जीतने वाले खिलाड़ी की तरह ही सम्मान-इनाम देगी।

डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील भी की
विनेश ने संन्यास के ऐलान से पहले बुधवार रात अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील दायर की है। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। फिर उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की।

7 अगस्त को विनेश का वजन उनकी तय कैटेगरी 50kg से 100 ग्राम ज्यादा निकला। इसके बाद ओलिंपिक एसोसिएशन ने उन्हें फ्रीस्टाइल महिला कुश्ती के लिए अयोग्य घोषित कर दिया।

ओलिंपिक से बाहर होने के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। कोच वीरेंद्र दाहिया उनसे मिलने पहुंचे तो विनेश ने उनसे कहा- ‘किस्मत खराब थी कि हम मेडल से चूक गए, लेकिन यह खेल का हिस्सा है।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन की अध्यक्ष पीटी उषा से कहा था कि वे रेसलर की मदद के तरीके तलाशें। PM ने उषा से इस मामले में विरोध दर्ज कराने को भी कहा था।

सोशल मीडिया में विनेश फोगाट की यह तस्वीर वायरल है। कहा जा रहा है कि ओलिंपिक से बाहर किए जाने के बाद विनेश बेहद निराश हो गई थीं।
पेरिस के अस्पताल में भर्ती विनेश फोगाट से मुलाकात करतीं इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन की प्रेसिडेंट पीटी उषा।

डॉक्टर बोले- वजन घटाने के लिए रातभर एक्सरसाइज करती रहीं
भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर दिनशॉ पौडीवाला ने स्टेटमेंट जारी करके बताया कि विनेश और उनके कोच को 6 अगस्त की रात ही उनके ज्यादा वजन के बारे में पता चल गया था। इसके बाद विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं।

डॉक्टर पौडीवाला ने बताया कि विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। इसके बावजूद उनका वजन नहीं घट पाया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि भारतीय दल ने विनेश को थोड़ा और समय देने की मांग की थी, लेकिन उनकी मांग नहीं सुनी गई।

IOA ने कहा- रातभर कोशिशों के बावजूद वजन कुछ ग्राम ज्यादा रहा
इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) ने कहा- यह बेहद खेदजनक है कि विनेश फोगाट को ज्यादा वजन के कारण महिला कुश्ती के 50 kg कैटेगरी में अयोग्य घोषित कर दिया गया है। रातभर की कोशिशों के बावजूद सुबह उनका वजन 50 kg से कुछ ग्राम अधिक पाया गया। हम विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करते हैं। भारतीय दल आगे इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेगा। हम आने वाली प्रतियोगिताओं पर फोकस करना चाहेंगे।

विनेश की यह फोटो भी सोशल मीडिया से ली गई है। कहा जा रहा है कि वे रातभर एक्सरसाइज के जरिए वजन कम करने की कोशिश करती रहीं।

ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर
विनेश 3 मुकाबले जीतकर 50 kg रेसलिंग ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय महिला रेसलर बनी थीं। सेमीफाइनल में उन्होंने क्यूबा की पहलवान गुजमान लोपेजी को, क्वार्टरफाइनल में यूक्रेन की ओकसाना लिवाच और प्री-क्वार्टरफाइनल में वर्ल्ड चैंपियन जापान की युई सुसाकी को 3-2 से मात दी थी।

विनेश की जगह उनसे हार चुकी क्यूबा की रेसलर ने फाइनल खेला
विनेश को 7 अगस्त की रात करीब 10 बजे गोल्ड मेडल के लिए अमेरिकी रेसलर सारा एन हिल्डरब्रांट से मुकाबला करना था, लेकिन ओलिंपिक नियमों के मुताबिक, विनेश की जगह सेमीफाइनल में उनसे हार चुकीं क्यूबा की गुजमान लोपेजी ने फाइनल खेला। हालांकि, यह फाइट, अमेरिका की सारा ने जीती।

तस्वीरों में विनेश के 3 मुकाबले, जिनमें वे 7 अगस्त को जीती थीं

पहला मुकाबला: प्री-क्वार्टर फाइनल में वर्ल्ड चैंपियन युई सुसाकी (जापान) को 3-2 से हराया। इसके बाद वे क्वार्टर फाइनल में पहुंची थीं।
दूसरा मुकाबला: क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की रेसलर ओकसाना लिवाच को हराया। विनेश इस जीत के साथ सेमीफाइनल में पहुंची थीं।
तीसरा मुकाबला: सेमीफाइनल में क्यूबा की गुजमान लोपेजी को हराया। वे ओलिंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली इंडियन रेसलर बनी थीं।

टोक्यो ओलिंपिक के क्वार्टर फाइनल में हारीं, रियो में चोट की वजह से बाहर हुईं
विनेश फोगाट का यह तीसरा ओलिंपिक है। 2016 के रियो ओलिंपिक में वे चोट की वजह से बाहर हो गई थीं। इसके बाद 2020 के टोक्यो ओलिंपिक में वे क्वार्टर फाइनल में हार गई थीं। पेरिस ओलिंपिक में विनेश अपना कोई मुकाबला नहीं हारी थीं। मंगलवार को फाइनल में पहुंचने के बाद उनका एक मेडल पक्का माना जा रहा था।

PM ने सोशल मीडिया में लिखा- विनेश, आप चैंपियंस की चैंपियन
इससे पहले PM नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा- विनेश आप चैंपियंस की चैंपियन हो। आप भारत के लोगों के लिए गर्व और प्रेरणा हैं। आज का झटका दुख देता है। काश, शब्द उस निराशा की भावना को व्यक्त कर पाते जो मैं अनुभव कर रहा हूं। मैं जानता हूं कि आप चुनौतियों का डटकर मुकाबला करेंगी, ऐसा आपका स्वभाव रहा है। मजबूत होकर वापस आओ। हम सब आपके साथ हैं।

विनेश आप हारी नहीं हराया गया हैं- बजरंग पूनिया
टोक्यो ओलिंपिक के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बजरंग पूनिया ने विनेश के संन्यास लेने पर सोशल मीडिया X पर लिखा विनेश आप हारी नही हराया गया हैं, हमारे लिए सदैव आप विजेता ही रहेगी आप भारत की बेटी के साथ साथ भारत का अभिमान भी हो।”

कुश्ती संघ के तत्कालीन अध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन में शामिल थीं
विनेश वही पहलवान हैं, जिन्होंने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष BJP सांसद ब्रजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन छेड़ा था। महिला पहलवानों के यौन शोषण के विरोध में प्रदर्शन करने पर विनेश को दिल्ली की सड़कों पर घसीटने की तस्वीरें भी वायरल हुई थीं।

पेरिस ओलिंपिक चयन ट्रायल को लेकर भी खूब बवाल हुआ। पहलवान अंतिम पंघाल के सिलेक्शन के चलते विनेश को अपनी मूल वेट कैटेगरी 53 किलोग्राम छोड़नी पड़ी और वेट घटाकर 50 किलोग्राम कैटेगरी में आ गईं।

फाइनल में पहुंचने पर महावीर फोगाट ने कहा था- यह बृजभूषण के मुंह पर तमाचा
ओलिंपिक से बाहर होने से पहले विनेश के ताऊ द्रोणाचार्य अवॉर्डी महावीर फोगाट ने कहा था, ‘पहली फाइट में वर्ल्ड चैम्पियन युई सुसाकी को हराकर ही विनेश गोल्ड मेडल की दावेदार बन गई थी। इस बार पूरी उम्मीद है कि विनेश गोल्ड मेडल लेकर आएगी। विनेश ने जो कर के दिखाया है, यह बृजभूषण शरण सिंह के मुंह पर तमाचा है। बृजभूषण हराने के लिए पीछे लगा हुआ था, लेकिन विनेश की मेहनत रंग लाई है।’

विनेश टोक्यो ओलिंपिक के बाद बैन हुईं, डिप्रेशन झेला: डॉक्टर बोले- रेसलिंग छोड़नी होगी

ओलिंपिक तक पहुंचने की उनकी ये लड़ाई काफी पहले शुरू हो गई थी। 2020 टोक्यो ओलिंपिक के बाद विनेश को बैन कर दिया गया। तब इंडियन रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था- हमने खोटा सिक्का भेजा था। बाद में पहलवानों और बृजभूषण के बीच लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई।

इस बीच बैन से दुखी विनेश तानों से परेशान होकर डिप्रेशन में चली गईं। साइकोलॉजिस्ट के पास गईं तो उसने कहा कि अगर कुश्ती नहीं छोड़ी तो परेशानी बहुत बड़ी हो सकती है। विनेश नहीं रुकीं, कुश्ती लड़ती रहीं और तीसरे ओलिंपिक में जगह बनाई। भास्कर रिपोर्टर विनेश के घर पहुंचे। जाना कि टोक्यो के बाद इस पहलवान ने क्या-क्या चुनौतियां झेलीं और कैसे उनसे लड़ीं। विनेश के घर से ग्राउंड रिपोर्ट…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Budget 2024