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पहलवान शिवानी बोलीं-विनेश को नियम तोड़कर ओलिंपिक में खिलाया:भास्कर से कहा-दो वेट कैटेगरी में ट्रायल अलाउ नहीं, विनेश के हुए

100 ग्राम वजन ज्यादा होने पर विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक 2024 के फाइनल से बिना कॉम्पिटिशन बाहर कर दी गईं। पेरिस जाने से पहले भारत में उन्होंने जिस महिला पहलवान शिवानी पवार के साथ क्वालिफाइंग राउंड खेला, उन्होंने विनेश के चयन को ही गलत बताया है।

शिवानी का आरोप है कि डेढ़ महीने पहले पटियाला में हुए ट्रायल (क्वालिफाइंग राउंड) में नियम तोड़कर फोगाट को ओलिंपिक खेलने भेज दिया गया। उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा, ‘विनेश का ट्रायल दो वेट 50 किलो और 53 किलो वर्ग में हुआ। रूल के हिसाब से ये चीजें अलाउ नहीं हैं। ट्रायल एक ही कैटेगरी में होना चाहिए। आईओए (इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन) ने भी स्वीकारा है कि हमने विनेश के लिए रूल ब्रेक किया। रूल ब्रेक हुआ लेकिन एक्शन नहीं हुआ।’

शिवानी ने कहा, ’53 किलो कैटेगरी में विनेश और मेरा ट्रायल हुआ, लेकिन 50 किलो कैटेगरी में मुझे मौका नहीं मिला। विनेश को इस कैटेगरी में अकेले ही खिलाकर सिलेक्ट कर दिया गया।’ फोगाट 53 किलो जबकि शिवानी 50 किलो कैटेगरी की प्लेयर हैं।

बता दें कि इंटरनेशनल रेसलिंग रूल का आर्टिकल-7 कहता है, ‘जो जिस वेट कैटेगरी का प्लेयर है, उसी में ट्रायल देना होता है।’ खबर में आगे बढ़ने से पहले शिवानी का प्रोफाइल जान लीजिए…

पहले फुटबॉल प्लेयर थीं शिवानी, कोच के कहने पर कुश्ती चुनी

शिवानी मध्यप्रदेश की पहली महिला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने नेशनल गेम्स में 2021 से लगातार 3 गोल्ड जीते हैं। वे साधारण किसान परिवार की बेटी हैं। पिता नंदलाल पवार सिर्फ 3 एकड़ जमीन के किसान हैं। उनकी प्राइमरी स्कूलिंग पंडित विशंभर नाथ हाईस्कूल उमरेठ, जिला छिंदवाड़ा में हुई। बीए भोपाल से किया।

वे 8वीं क्लास तक फुटबॉल प्लेयर रहीं। स्कूल कोच कलकराम मर्सकोले की सलाह पर कुश्ती को चुना। शिवानी के अलावा एक बड़ी बहन की शादी हो चुकी है, छोटी बहन भी कुश्ती में है। सबसे छोटा भाई पढ़ाई कर रहा है।mp wrestler shivni

बोलीं- नियम के हिसाब से ट्रायल होना था, सडनली सब कुछ चेंज हो गया

शिवानी मूलतः छिंदवाड़ा जिले के उमरेठ की रहने वाली हैं। उन्होंने अपना सिलेक्शन नहीं होने पर कहा- वो बहुत डिप्रेशन वाला टाइम था। 3-4 साल से ओलिंपिक के लिए तैयारी कर रही थी। नियम है कि जो क्वालिफाई करके आता है, उसे सेकंड रनर अप के साथ ट्रायल देना होता है। मैं सेकंड रनर अप थी।

53 किलो वेट कैटेगरी में विनेश का मेरे साथ ट्रायल हुआ। लेकिन 50 किलो वेट कैटेगरी में विनेश का सिंगल ट्रायल लिया गया। मुझसे कहा गया कि बाद में ट्रायल लिया जाएगा, लेकिन नहीं लिया गया।

नियम के हिसाब से ट्रायल होने थे। फेडरेशन और आईओए का ऑर्डर था। सडनली सब कुछ चेंज हुआ, क्यों हुआ, कैसे हुआ? कुछ नहीं कह सकते।

पिता ने कहा- विनेश को सिंगल खिलाया, बेटी को मौका नहीं दिया

शिवानी ने पटियाला में ओलिंपिक क्वालिफिकेशन के लिए हुए ट्रायल्स में विरोध भी दर्ज कराया था। उन्होंने भारतीय कुश्ती संघ और ओलिंपिक संघ को भी शिकायत दर्ज कराई।

शिवानी के पिता नंदलाल पवार का कहना है कि विनेश फोगाट 53 किलोग्राम वेट कैटेगरी में खेलती हैं। उनका ट्रायल 50 किलोग्राम वेट में खेलने वाली बेटी शिवानी से कराया गया। इस ट्रायल में बेटी 2 पॉइंट से चूकी। दूसरा ट्रायल 50 किलोग्राम का था। विनेश को इसमें सिंगल खिलाया गया। बेटी को मौका नहीं दिया।

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